वक्त बिखरता गया ज़िन्दगी संभालती रही। वक्त बिखरता गया ज़िन्दगी संभालती रही।
सुकून की तलाश में भटकता रहा हूं मैं दरबदर। सुकून की तलाश में भटकता रहा हूं मैं दरबदर।
बस अब देरी नहींकोई मनसा अधूरी नहींमें और तू कहानी के दो पहलू अब छोड़ जिद ओर आ जा "मैं माँग तेरी भर लू... बस अब देरी नहींकोई मनसा अधूरी नहींमें और तू कहानी के दो पहलू अब छोड़ जिद ओर आ जा ...
यथार्थ में जो है वो ही प्रेरणा है यथार्थ में जो है वो ही प्रेरणा है
तुम भी मुझे याद करो, ये ख्वाहिश नहीं मेरी|| तुम यू ही याद आ जाती हो, ये बसकी बात नहीं मेरी|| तुम भी मुझे याद करो, ये ख्वाहिश नहीं मेरी|| तुम यू ही याद आ जाती हो, ये बसकी बात...
भीड़ में अकेला भटकने लगा है दिल साथ तो है पर खोया है कही और दिल क्यूँ जो कहना है नहीं कह पाता ह... भीड़ में अकेला भटकने लगा है दिल साथ तो है पर खोया है कही और दिल क्यूँ जो कहन...